M.Com Course Details 2025: Eligibility, Admission, Fees, Salary & Best Colleges for M.Com – You Must Know
M.Com Course: M.Com का पूरा नाम (Full Form) Master of Commerce है। ये 2 साल का पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) डिग्री कोर्स है, जो की स्नातक डिग्री (UG) पूरी होने के बाद किया जाता है। वो भी अगर आपने स्नातक डिग्री B.Com, BBA या उसके जैसी डिग्री के साथ की हो, जिसमे वाणिज्य (Commerce), लेखा (Accounting), अर्थशास्त्र (Economics) […]

M.Com Course: M.Com का पूरा नाम (Full Form) Master of Commerce है। ये 2 साल का पोस्टग्रेजुएट (स्नातकोत्तर) डिग्री कोर्स है, जो की स्नातक डिग्री (UG) पूरी होने के बाद किया जाता है। वो भी अगर आपने स्नातक डिग्री B.Com, BBA या उसके जैसी डिग्री के साथ की हो, जिसमे वाणिज्य (Commerce), लेखा (Accounting), अर्थशास्त्र (Economics) आदि विषयों के साथ पढ़ाई की हुई है। बी.कॉम कोर्स इन्ही विषयों में विशेषज्ञता प्रदान करता है।
यह डिग्री उन लोगों के लिए है जो वाणिज्य, वित्तीय प्रबंधन (Financial Management), लेखांकन (Accounting), और व्यवसायिक कौशल (Business Skills) में रूचि रखते है। M.Com कोर्स के दौरान छात्रों को लेखांकन, बैंकिंग (Banking), वित्त (Finance), कराधान (Taxation), मार्केटिंग (Marketing), या मानव संसाधन प्रबंधन (Human Resource Management) जैसे महत्वपूर्ण विषय भी सिखाए जाते हैं।
आज के समय में M.Com कोर्स बहुत से संगठनों में नौकरी के अवसर दे रहा है। ये कोर्स न केवल आपको नौकरी के अवसर देता है, बल्कि इसके बाद आप उच्च शिक्षा जैसे PhD, MPhil, या फिर अन्य प्रोफेशनल कोर्सेज CA, CMA भी कर सकते है। साथ में आप M.Com कोर्स के बाद शिक्षण (Teaching), अनुसंधान (Research), और वित्तीय क्षेत्रों (Financial Sectors) में अपना करियर बना सकते है। अगर आप स्नातक के बाद एक ऐसा कोर्स चाहते हैं, जो आपको बैंकिंग, अकाउंटिंग, फाइनेंस या बिजनेस सेक्टर में करियर बनाने में मदद करे, तो M.Com आपके लिए एक अच्छी ऑप्शन हो सकता है। इस लेख को अंत तक पढ़ें, इसमें आपको M.Com कोर्स की पूरी जानकारी मिलेगी जैसे विषय, फीस, सैलरी, और करियर विकल्पों आदि के बारे में विस्तार से बताया है।
M.Com Course – Overview
Parameter |
Course Details |
---|---|
Course Name |
M.Com (Master of Commerce) |
Course Level |
Postgraduate |
Course Duration |
2 Years (4 Semesters) |
Minimum Eligibility |
Bachelor’s Degree (B.Com, BBA, or equivalent) |
Minimum Marks Required |
सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 50%-60% और आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के लिए 45%-50% अंक आमतौर पर स्वीकार्य होते हैं। |
Admission Process |
Merit-Based / Entrance Exam-Based (CUET PG, university-specific exams) |
Age Limit |
कोई आयु सीमा नहीं (कुछ विश्वविद्यालयों में न्यूनतम 20 वर्ष) |
Main Subjects |
|
Average M.Com Course Fees |
|
Average Starting Salary |
₹3.5 LPA – ₹8 LPA |
Top Job Profiles |
Accountant, Financial Analyst, Tax Consultant, Marketing Manager, Lecturer |
Top Recruiters |
Deloitte, PwC, EY, HDFC Bank, ICICI Bank, TCS, Flipkart |
Eligibility Criteria for M.Com Admission
M.Com कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके पास स्नातक डिग्री होनी चाहिए। और स्नातक डिग्री B.Com, BBA या इनके जैसे कोर्स में (जैसे BBM, BBE) आदि में होनी चाहिए। तभी आप M.Com में एडमिशन ले सकते है। और कुछ विश्वविद्यालय में B.Sc (Economics) और BA (Commerce) कोर्स भी M.Com के लिए एक्सेप्ट किए जाते हैं। इनके साथ-साथ सामान्य वर्ग के लिए UG डिग्री में आपके न्यूनतम अंक 50%-60% होने चाहिए और आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के लिए 45%-50% अंक होने चाहिए।
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How to Get Admission in M.Com Course?
M.Com की Admission के लिए अधिकत्तम विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षाएं के जरिए ही एडमिशन होती है, प्रवेश परीक्षा के लिए आपको CUET PG या विश्वविद्यालय की अपनी प्रवेश परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। और कुछ विश्वविद्यालयों में योग्यता आधारित (merit based) एडमिशन होती है, मतलब स्नातक डिग्री के नंबरों के आधार पर ही छात्रों को चुना जाता है।
M.Com Course Admission Process
स्टेप 1: सबसे पहले, आपको M.Com Course में एडमिशन के लिए अपने चुने हुए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर M.Com Course की एडमिशन के लिए आवेदन फॉर्म भरना होगा। अगर आपका कॉलेज प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) से एडमिशन ले रहा है, तो उसके अनुसार प्रवेश परीक्षा का फॉर्म भरें।
स्टेप 2: अगर कॉलेज Admission के लिए प्रवेश परीक्षा हो रही है तो पहले प्रवेश परीक्षा दे। इस परीक्षा में सामान्य वाणिज्य (General Commerce), लेखांकन (Accounting), अर्थशास्त्र (Economics) और विषय से संबंधित प्रश्न जायेंगे। इस परीक्षा में आपको अच्छे अंक लाने होंगे। ताकि आप अपने पसंदीदा कॉलेज में एडमिशन ले सके।
स्टेप 3: अगर आप प्रवेश परीक्षा या मेरिट लिस्ट में सेलेक्ट होते हैं, तो आपका दस्तावेज सत्यापन होगा। जिसमे आपकी स्नातक की मार्कशीट, 10वीं/12वीं प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेज चेक किये जायेंगे।
स्टेप 4: इसके बाद आपको M.Com Course की फीस के बारे में बताया जायेगा। SC/ST/OBC वर्ग के लिए कई विश्वविद्यालयों में फीस छूट और बहुत से विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति की सुविधा भी होती है। जिसके बारे में आपको विश्वविद्यालय की वेबसाइट या प्रॉस्पेक्टस से पता चल जायेगा।
स्टेप 5: कुछ कॉलेजों में आवेदन फॉर्म को कोर्स समन्वयक (Coordinator) द्वारा भी चेक किया जाता है और चेक करने के बाद समन्वयक (Coordinator) एडमिशन कन्फर्म करने के लिए उस पर हस्ताक्षर करता है।
स्टेप 6: सभी प्रक्रियाओं के बाद, फॉर्म और फीस विश्वविद्यालय के प्रवेश कार्यालय में जमा करें। इसके बाद आपकी एडमिशन पूरा हो जाएगा।
M.Com Course Fees Structure: Government and Private Universities
M.Com कोर्स की फीस हर एक कॉलेज और विश्वविद्यालय में अलग-अलग होती है। सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में फीस ज्यादा होती है।
कॉलेज का प्रकार |
वार्षिक फीस |
---|---|
सरकारी कॉलेज/विश्वविद्यालय |
₹5,000 – ₹40,000 प्रति वर्ष |
प्राइवेट कॉलेज/विश्वविद्यालय |
₹20,000 – ₹2,50,000 प्रति वर्ष |
M.Com Course Duration and Pattern
भारत में M.Com Course के लिए कुछ विश्वविद्यालय में वार्षिक कोर्स होता है तो कई विश्वविद्यालय में सेमेस्टर सिस्टम होते है। वार्षिक में 2 साल का टाइम पीरियड होता है तो सेमेस्टर में भी 2 साल का ही टाइम पीरियड होता है पर इसमें 4 सेमेस्टर होते है। जिसमे पेपर 6 माह के बाद होते है। हर सेमेस्टर में कम से कम 5-6 विषय पढ़ाए जाते हैं। NEP 2020 के तहत, कई विश्वविद्यालयों में आखरी साल में रिसर्च प्रोजेक्ट या थीसिस सब्जेक्ट होते है।
Subject Selection in M.Com
कोर विषय (Core Subjects): M.Com डिग्री के लिए आपको एक मेजर विषय चुनना होता है, जैसे लेखांकन (Accounting), वित्त (Finance), कराधान (Taxation), या व्यवसाय प्रबंधन (Business Management)।
वैकल्पिक विषय (Elective Subjects): आप अपनी रुचि/मर्जी के अनुसार वैकल्पिक विषय चुन सकते हैं, जैसे मार्केटिंग, अंतरराष्ट्रीय व्यापार (International Business), या मानव संसाधन प्रबंधन (HRM)।
स्किल-बेस्ड कोर्स: कई विश्वविद्यालय M.Com के साथ स्किल-बेस्ड कोर्स प्रदान करते हैं, जैसे डेटा विश्लेषण (Data Analytics), टैली (Tally), या फिनटेक (FinTech)।
लोकप्रिय विशेषज्ञताएं (Specializations): M.Com में कई विशेषज्ञताएं उपलब्ध हैं, जैसे M.Com in Accounting, M.Com in Finance, M.Com in Marketing, M.Com in Business Analytics आदि।
M.Com Regular and Distance Learning: Which One is Better?
M.Com कोर्स को आप दो तरह से कर सकते है या तो आप नियमित (regular) रोज कॉलेज जा कर M.Com कोर्स कर सकते है या फिर आप घर से भी ये कोर्स कर सकते है। कुछ ऐसे विश्वविद्यालय है जो Distance Learning उपलब्ध करवाते है जैसे भारत का प्रसिद्ध Indira Gandhi National Open University(IGNOU) विश्वविद्यालय है जो M.Com कोर्स की Distance Learning सुविधा उपलब्ध करवाता है। पर अगर आप पूरी तरह स्वस्थ है और कॉलेज जा सकते हैं, तो M.Com कोर्स नियमित रूप से ही करें। डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो कॉलेज नहीं जा सकते या जो नौकरी के साथ पढ़ाई करना चाहते हैं।
Career Options After M.Com – Salary, Hiring, and Job Roles
M.Com कोर्स पूरा करने के बाद आपके पास कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आपकी विशेषज्ञता और कौशल के आधार पर निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स में अवसर मिल सकते हैं:
Level |
Salary Range (Per Annum) |
Job Roles |
---|---|---|
Entry-Level |
₹3.5 – ₹6 LPA |
Accountant, Junior Analyst, Tax Assistant |
Mid-Level |
₹6 – ₹12 LPA |
Financial Analyst, Marketing Manager, Auditor |
Senior-Level |
₹12 – ₹25 LPA |
Finance Manager, Chief Accountant, Professor |
Top Companies Salary |
₹7 – ₹18 LPA (starting) |
Companies like Deloitte, PwC, HDFC Bank, TCS |
Higher Studies After M.Com
M.Com के बाद अगर आप आगे अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:
-
PhD (Doctor of Philosophy)
-
MPhil (Master of Philosophy)
-
MBA (Master of Business Administration)
-
Chartered Accountancy (CA)
-
Certified Management Accountant (CMA)
Top 10 M.Com Colleges in India
M.Com (Master of Commerce) Course – FAQ
M.Com के लिए कौन-सी प्रवेश परीक्षाएं देनी पड़ती हैं? कई विश्वविद्यालयों में CUET PG या विश्वविद्यालय-विशिष्ट परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर भी प्रवेश देते हैं, जिसमें स्नातक के अंक देखे जाते हैं। |
M.Com करने में कितना समय लगता है? M.Com कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 वर्ष (4 सेमेस्टर) होती है। कुछ विश्वविद्यालयों में वार्षिक प्रणाली भी हो सकती है, लेकिन समय वही रहता है। |
M.Com कोर्स की फीस कितनी है? सरकारी कॉलेजों में M.Com की फीस ₹5,000 से ₹40,000 प्रति वर्ष तक होती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यह ₹20,000 से ₹2,50,000 प्रति वर्ष तक हो सकती है। SC/ST/OBC वर्ग के लिए फीस छूट या छात्रवृत्ति उपलब्ध है। |