Complete Information of PGDE Course: Eligibility, Admission Process, Fee, Salary – Postgraduate Diploma in Education 2025 Course Full Guide
PGDE Course: PGDE का पूरा नाम Postgraduate Diploma in Education है। यह 1 साल का स्नातकोत्तर स्तर (Postgraduate) का प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्राम है, जिसे आप बैचलर डिग्री या B.Ed (Bachelor of Education) के बाद कर सकते हैं। PGDE Course उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहते […]

PGDE Course: PGDE का पूरा नाम Postgraduate Diploma in Education है। यह 1 साल का स्नातकोत्तर स्तर (Postgraduate) का प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्राम है, जिसे आप बैचलर डिग्री या B.Ed (Bachelor of Education) के बाद कर सकते हैं। PGDE Course उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं और खुद को भारत के माध्यमिक या उच्चतर माध्यमिक (secondary or higher secondary) स्तर पर एक अच्छा शिक्षक बनाना चाहते हैं। या फिर शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं, जैसे कि शिक्षण विधियां, पाठ्यक्रम विकास, शैक्षिक प्रौद्योगिकी या शिक्षक प्रशिक्षण आदि।
PGDE Course मुख्य रूप से शिक्षण के क्षेत्र में आपको एक कुशल और आत्मविश्वास से भरा शिक्षक बनता है। इस कोर्स को भारत में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त है। अगर आप भी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी नेतृत्वकारी (Leader) और कम्युनिकेशन स्किल्स को ओर ज्यादा बेहतर बनाना चाहते हैं या PGDE Course को करने के बाद सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक के तौर पर कार्य करना चाहते हैं, तो PGDE Course आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है।
अगर आप B.Ed के बाद एजुकेशन के क्षेत्र में ही पढ़ाई करना चाहते हैं या इसी क्षेत्र में विशेषता हासिल करना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें। इस लेख में हमने PGDE Course की पूरी जानकारी के बारे में विस्तार से बताया गया है।
PGDE Course – Overview
Parameter |
Course Details |
---|---|
Course Name |
Postgraduate Diploma in Education (PGDE) |
Course Level |
Postgraduate |
Course Duration |
1 Year (2 Semesters); 16-24 months in some countries |
Minimum Eligibility |
Bachelor’s degree with minimum 50-60% marks |
Minimum Marks Required |
Varies by university (50-60% in Bachelor’s degree) |
Admission Process |
Merit-Based / Entrance Exam-Based / Interview-Based |
Age Limit |
No age limit in most universities; some may require minimum 21 years |
Main Subjects |
|
Average PGDE Course Fees |
|
Average Starting Salary |
₹3.5 LPA – ₹7 LPA |
Top Job Profiles |
Teacher, Curriculum Developer, Educational Consultant, School Administrator |
Top Recruiters |
International Schools, Government Schools, EdTech firms, NGOs |
What is PGDE course and its Eligibility Criteria
Postgraduate Diploma in Education एक साल का ही पोस्टग्रेजुएट प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है, जिसे जनरल टीचिंग काउंसिल फॉर स्कॉटलैंड (GTCS) के साथ -साथ बहुत से देशों में मान्यता दी गई है। और भारत में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा मान्यता प्राप्त है। कोर्स में टीचिंग के आधुनिक तरीकों, शैक्षिक मनोविज्ञान, पाठ्यक्रम डिज़ाइन और कक्षा प्रबंधन के बारे में सिखाया जाता है।
PGDE कोर्स में एडमिशन के लिए आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बैचलर डिग्री होनी चाहिए, इस कोर्स को आप B.Ed के बाद भी कर सकते हैं। अधिकांश विश्वविद्यालयों में PGDE कोर्स में एडमिशन के लिए बैचलर डिग्री में कम से कम 50-60% अंक मांगे जाते हैं। हालांकि कुछ विश्वविद्यालयों में आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के लिए 45% तक अंक भी चल पड़ते हैं। कई विश्वविद्यालय या राज्य प्रवेश परीक्षाएं या इंटरव्यू भी आयोजित करते हैं, इसके अलावा, कुछ संस्थानों में आपका शिक्षण अनुभव भी माँगा जा सकते है।
इस कोर्स को भारत का अलावा, जैसे सिंगापुर, स्कॉटलैंड या हांगकांग आदि बहुत से देश भी करवाते हैं, हालाँकि कुछ देशों में इसका नाम अलग हो सकता है। इन देशों में PGDE कोर्स में प्रवेश के लिए आपको O’ लेवल (10वीं) में गणित और अंग्रेजी में न्यूनतम क्रेडिट की आवश्यकता हो सकती है। कुछ विदेशों के विश्वविद्यालयों में इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट (जैसे IELTS) भी हो सकता है।
How to Get Admission in PGDE Course?
PGDE में Admission कॉलेजों के हिसाब से अलग -अलग तरीकों से होता है। पहला तरीका जो लगभग सभी कॉलेजों में यूज़ होता है, जो पहले आया उसकी एडमिशन सबसे पहले या मेरिट आधारित (Merit-Based) जिसमे बैचलर डिग्री या B.Ed कोर्स के अंकों के आधार पर छात्रों को चुना जाता है। और दूसरा प्रवेश परीक्षा आधारित (Entrance Exam-Based), PGDE में Admission के लिए कोई भी नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम नहीं होता पर कुछ कॉलेज – बेस्ड या स्टेट के एग्जाम हो सकते हैं। जैसे DIET CET, SCERT Entrance Exams या विश्वविद्यालय-स्तरीय एग्जाम। कुछ कॉलेज में आपका शिक्षण अनुभव के साथ इंटरव्यू या कॉन्ट्रैक्ट टीचिंग स्टिंट (प्रायोगिक शिक्षण) भी हो सकती है।
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PGDE Course Admission Process
- स्टेप 1: सबसे पहले, आपको PGDE Course में एडमिशन के लिए अपने चुने हुए कॉलेज या विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर PGDE एडमिशन के लिए आवेदन फॉर्म भरना होगा। अगर आपका कॉलेज प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) से एडमिशन लेता है, तो उसका फॉर्म भरें।
- स्टेप 2: अगर आपके कॉलेज में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा हो रही है तो पहले प्रवेश परीक्षा में भाग लें। इसमें शिक्षण योग्यता (Teaching Aptitude), तर्कशक्ति (Reasoning), सामान्य ज्ञान और भाषा प्रवीणता (Language Proficiency) से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
- स्टेप 3: अगर आपके कॉलेज में मेरिट बेस्ड एडमिशन हो रही है तो भी आपकी काउंसलिंग हो सकती है। काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान आपके दस्तावेजों की जांच होगी। इसमें आपकी बैचलर डिग्री या B.Ed की मार्कशीट, 10वीं/12वीं प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेज शामिल होते हैं।
- स्टेप 4: जिसके बाद आपको PGDE Course की फीस की जानकारी दी जाएगी। SC/ST/OBC वर्ग के लिए कई विश्वविद्यालयों में फीस छूट और बहुत से विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति की सुविधा भी होती है। जिसके बारे में आपको विश्वविद्यालय के प्रॉस्पेक्टस से पता चल जायेगा।
- स्टेप 5: सभी प्रक्रियाओं के बाद, फॉर्म और फीस विश्वविद्यालय के प्रवेश कार्यालय में जमा करें। इसके बाद आपका प्रवेश पूरा हो जाएगा।
PGDE Course Fees Structure: Government and Private Universities
कॉलेज का प्रकार |
वार्षिक फीस |
---|---|
सरकारी कॉलेज/विश्वविद्यालय |
₹15,000 – ₹60,000 प्रति वर्ष |
प्राइवेट कॉलेज/विश्वविद्यालय |
₹50,000 – ₹2,00,000 प्रति वर्ष |
PGDE कोर्स की फीस विश्वविद्यालय और देश के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। सरकारी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में फीस कम होती है, वही प्राइवेट कॉलेजों में यह अधिक हो सकती है। कई विश्वविद्यालयों में SC/ST/OBC और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति या फीस में छूट दी जाती है।
PGDE Course Duration and Pattern
PGDE कोर्स की अवधि आमतौर पर 1 वर्ष होती है, कुछ देशों में, जैसे सिंगापुर, यह 16-24 महीने का भी हो सकता है। कुछ देशों में PGDE कोर्स वार्षिक सिस्टम (प्रणाली) में भी हो सकती है, पर भारत में सेमेस्टर सिस्टम में ही होता है। इसमें 2 सेमेस्टर होते है। प्रत्येक सेमेस्टर में 4-6 विषय पढ़ाए जाते हैं। इस कोर्स में सैद्धांतिक विषयों के साथ-साथ इंटर्नशिप ,स्कूल प्लेसमेंट और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी करवाई जाती है।
Subject Selection in PGDE
कोर विषय (Core Subjects): PGDE में आपको शिक्षण विधियां, शैक्षिक मनोविज्ञान, पाठ्यक्रम डिज़ाइन, शैक्षिक प्रौद्योगिकी और कक्षा प्रबंधन जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
विशेषज्ञता (Specializations): आप अपनी रुचि और बैचलर डिग्री के विषय के आधार पर विशेषज्ञता चुन सकते हैं, जैसे:
-
शैक्षिक प्रौद्योगिकी (Educational Technology)
-
विशेष शिक्षा (Special Education)
-
परामर्श और मार्गदर्शन (Guidance and Counseling)
-
प्राइमरी/सेकेंडरी शिक्षण (Primary/Secondary Teaching)
-
शारीरिक शिक्षा (Physical Education)
स्किल-बेस्ड कोर्स: कुछ विश्वविद्यालय डिजिटल शिक्षण, समावेशी शिक्षा, या शैक्षिक नीति विश्लेषण जैसे स्किल-आधारित कोर्स भी प्रदान करते हैं।
Internship Opportunities During PGDE
PGDE कोर्स के दौरान कुछ कॉलेजों में स्कूल प्लेसमेंट या इंटर्नशिप भी की करवाई जाती है , जो आमतौर पर कोर्स के दूसरे सेमेस्टर में होती है। प्रमुख इंटर्नशिप क्षेत्र:
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स्कूलों में शिक्षण अनुभव: प्राइमरी या सेकेंडरी स्कूलों में प्रायोगिक शिक्षण।
-
शैक्षिक संगठन: NGOs या शैक्षिक नीति से जुड़े संगठनों में कार्य।
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एडटेक कंपनियां: ऑनलाइन शिक्षण मंचों या शैक्षिक सामग्री विकास में इंटर्नशिप।
-
शोध परियोजनाएं: शैक्षिक अनुसंधान या पाठ्यक्रम विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स।
PGDE Regular and Distance Learning: Which One is Better?
PGDE कोर्स को आप दो तरह से कर सकते है या तो आप नियमित (regular) रोज कॉलेज जा कर PGDE कोर्स कर सकते है या फिर कुछ ऐसे विश्वविद्यालय है जो Distance Learning भी उपलब्ध करवाते है जैसे भारत का प्रसिद्ध इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) विश्वविद्यालय है, जो PGDE कोर्स की Distance Learning सुविधा उपलब्ध करवाता है।
अगर आप पूरी तरह स्वस्थ है और कॉलेज जा सकते हैं, तो PGDE कोर्स नियमित रूप से ही करें। कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ आपको अन्य गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलता है, जो आपके व्यक्तित्व विकास में मदद करता है। साथ ही, फेस-टू-फेस इंटरैक्शन से आप तेजी से सीख सकते हैं। डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो नौकरी के साथ पढ़ाई करना चाहते हैं।
Career Options After PGDE – Salary, Hiring and Job Roles
PGDE कोर्स पूरा करने के बाद आपके पास कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आपकी विशेषज्ञता, अनुभव और कौशल के आधार पर निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स में अवसर मिल सकते हैं:
Level |
Salary Range (Per Annum) |
Job Roles |
---|---|---|
Entry-Level |
₹3.5 – ₹6 LPA |
Teacher, Assistant Lecturer, Curriculum Developer |
Mid-Level |
₹6 – ₹10 LPA |
Senior Teacher, Educational Consultant |
Senior-Level |
₹10 – ₹18 LPA |
School Administrator, Policy Analyst, Researcher |
Top Recruiters:
-
अंतरराष्ट्रीय स्कूल: IB, IGCSE, CBSE बोर्ड स्कूल
-
सरकारी स्कूल: Kendriya Vidyalaya, Navodaya Vidyalaya
-
एडटेक कंपनियां: Byju’s, Unacademy, Vedantu
-
शैक्षिक संगठन: NGOs, शैक्षिक अनुसंधान एजेंसियां
Higher Studies After PGDE
PGDE के बाद यदि आप अपनी शिक्षा को और आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:
-
M.Ed (Master of Education)
-
Ph.D. in Education
-
Postgraduate Certificate in Educational Leadership
-
Special Education Certification
Top PGDE Colleges/Institutions
Postgraduate Diploma in Education (PGDE) Course – FAQ
What are the eligibility criteria for PGDE?
Bachelor’s degree with minimum 50-60% marks. Some universities require entrance exams or teaching experience.
What is the PGDE course fees?
₹15,000 - ₹60,000 per year in government colleges, and ₹50,000 - ₹2,00,000 per year in private colleges.
What to do after PGDE?
You can become a teacher, curriculum developer, or educational consultant. You can also pursue M.Ed or Ph.D. for higher studies.