NEET में कम Marks आने पर भी कौन से College मिल सकते हैं? जानिए सरकारी और प्राइवेट Options
NEET एक Highly Competetive Exam है लेकिन इसका मतलब यह नहीं की कम marks आने पर आपके MBBS का सपना टूट जाएगा। हर साल हजारों student 400 से कम score पर भी college पाते हैं। बस जरूरी होती है सही जानकारी और सही counseling strategy की, तो आज इस blog में हम आपको कम marks […]

NEET एक Highly Competetive Exam है लेकिन इसका मतलब यह नहीं की कम marks आने पर आपके MBBS का सपना टूट जाएगा। हर साल हजारों student 400 से कम score पर भी college पाते हैं। बस जरूरी होती है सही जानकारी और सही counseling strategy की, तो आज इस blog में हम आपको कम marks वालों के लिए कौन-कौन से college मिल सकते हैं और कौन से राज्य और प्राइवेट कॉलेज को स्कोर पर भी admission देते हैं के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से बताने वाले हैं।
NEET College After Low Marks – Overview
NEET Score Range | Best College Types | Seat Type |
---|---|---|
450–500 | Deemed Universities / Pvt MBBS | Management Quota |
350–450 | Private MBBS (UP, KA, TN) | Open / State Quota |
300–350 | BDS Colleges, Pvt MBBS (Low Preference) | Mop-up Round |
200–300 | BDS, AYUSH Courses | Last Round या Stray Vacancy |
नोट: 200-300 मार्क्स पर MBBS सीट केवल कुछ प्राइवेट कॉलेजों में NRI/Management Quota के तहत मिल सकती है, जहाँ फीस बहुत अधिक (50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक) हो सकती है।
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NEET में कम Marks का मतलब क्या है?
NEET Exam में जनरल category को 500 से ज्यादा मार्क्स लाने पर अच्छा अंक माना जाता है। 300 से 450 मार्क्स को moderate या border line marks माना जाता है। लेकिन जब आपका 300 से कम अंक आता है तो आपके कॉलेज के option बहुत कम हो जाते हैं लेकिन फिर भी कुछ रास्ते खुले रहते हैं।
आपको बता दे SC, ST, OBC के लिए category के अनुसार cut off अलग होता है। उदाहरण के लिए, 2024 में जनरल कैटेगरी की कटऑफ ~137-720 थी, जबकि SC/ST/OBC के लिए ~107-136 थी। इस वजह से आपके मार्क्स के साथ-साथ आपकी कैटेगरी भी कॉलेज चुनने में बहुत ज्यादा मायने रखती है।
कम Marks पर मिल सकने वाले College Types
नीट परीक्षा में कम मार्क्स लाने पर कौन सा कॉलेज मिल सकता है उसे एक टेबल के रूप में समझाया गया है –
College Types | Information |
---|---|
Private Medical College | 250–400 मार्क्स पर B Category सीट्स मिल सकती हैं (Fee 50 लाख से 1 करोड़ तक) |
Dental College (BDS) | MBBS की तुलना में Cutoff कम होती है – कम मार्क्स पर Admission संभव |
Deemed Universities | Moderate Fee (20-60 लाख रुपये) + Cutoff थोड़ा Soft होता है |
NRI Quota Seats | 200–400 मार्क्स पर भी मिलती हैं (Fee 10-25 लाख रुपये प्रति वर्ष) |
Open State Quota (Private) | दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स भी अप्लाई कर सकते हैं |
नोट: फीस स्ट्रक्चर कॉलेज के आधार पर बदल सकता है, इसलिए एडमिशन से पहले कॉलेज से जानकारी लें।
किन राज्यों में कम मार्क्स पर MBBS/BDS सीट मिलने की संभावना ज्यादा होती है
कुछ ऐसे राज्य हैं जहां कम मार्क्स पर भी आपको आसानी से MBBS Seat College में मिल जाता है इसकी सूची नीचे दी गई है –
- राजस्थान के प्राइवेट कॉलेज (जैसे, Geetanjali Medical College)
- कर्नाटक में प्राइवेट कॉलेज में कुछ सीटों पर कोटा होता है (जैसे, KS Hegde Medical Academy)
- तमिल नाडु में सेल्फ फाइनेंस कॉलेज है (जैसे, SRM Medical College)
- उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज (जैसे, Era’s Lucknow Medical College)
- महाराष्ट्र में कॉलेज के अंदर मैनेजमेंट कोटा होता है जहां सीट मिल सकता है (जैसे, DY Patil Medical College)
- पांडिचेरी के प्राइवेट कॉलेज में (जैसे, Sri Venkateswara Medical College)
नोट: ऊपर बताए गए राज्यों में 300 से 400 स्कोर पर भी private college में MBBS की सीट मिल जाती है लेकिन फीस पर ध्यान जरूर दें। आधिकारिक जानकारी के लिए MCC (mcc.nic.in) या राज्य काउंसलिंग पोर्टल्स देखें।
Counseling की सही रणनीति – Low स्कोर पर भी सीट कैसे पाएं
अगर आपका नीट परीक्षा में कम स्कोर आया है उसके बाद भी आप अच्छा कॉलेज पाना चाहते हैं तो कुछ जरूरी पॉइंट्स का पालन करें –
- All India Quota में Participate करें और AIQ 15% होना चाहिए। लेकिन कम मार्क्स पर AIQ में सीट मिलना मुश्किल हो सकता है।
- अपनी State की काउंसलिंग कभी मिस न करें, अपनी स्टेट की काउंसलिंग में आपको बहुत कुछ पता चलता है।
- Mop Up और Stray Vacancy Round का जरूर इंतजार करें, क्योंकि इनमें प्राइवेट कॉलेजों और BDS/AYUSH की सीट्स उपलब्ध हो सकती हैं।
- BDS और AYUSH Course को Backup Option रखें।
- Private Colleges के option को पहले चेक करें।
- आधिकारिक वेबसाइट्स जैसे mcc.nic.in (All India Quota) और अपने राज्य की काउंसलिंग वेबसाइट देखें।
MBBS ना मिले तो क्या करें? Alternate Safe Options
अगर आपको कम marks के कारण MBBS नहीं मिलता है तो कुछ अन्य कोर्स आपको चुनना चाहिए जिसकी एक सूची नीचे दी गई है –
- BDS (Bachelor of Dental Surgery)
- BHMS / BAMS / BUMS जैसे कोर्स को चुने
- B.Sc Nursing या BPT कोर्स भी कर सकते है
- मेडिकल लब टेक और ऑपरेशन थिएटर टेक से जुड़ा कोई कोर्स कर सकते हैं
- अगले साल के लिए तैयारी करें ड्रॉप लेकर अपने मार्क्स को इंप्रूव करने की कोशिश करें।
नोट: इन कोर्सेज की कटऑफ भी हर साल बदलती है, इसलिए काउंसलिंग से पहले जानकारी लें।
निष्कर्ष
NEET में कम marks आने का मतलब यह नहीं कि आपका डॉक्टर बनने का सपना खत्म हो गया है। सही काउंसलिंग प्लान, category और college research से आप भी सीट पा सकते हैं। बैकअप कोर्स को नजर अंदाज न करें और हर round को गंभीरता से ले, ऐसा करने पर ही आप कम मार्क्स के बाद भी एक सही कॉलेज प्राप्त कर पाएंगे और सफलता प्राप्त कर पाएंगे।