Cut Off कैसे तय होता है – जानिए Govt. Job के लिए कितना Score चाहिए
Cut Off Setting Process : अगर आपको सरकारी नौकरी प्राप्त करनी है तो Cut Off आपके लिए बहुत जरूरी होता है। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों को मन में सबसे बड़ा सवाल होता है की कट ऑफ क्या होगा। SSC, UPSC, Banking, Railway, State PCS, जैसे हर परीक्षा में कट ऑफ अलग-अलग होता […]

Cut Off Setting Process : अगर आपको सरकारी नौकरी प्राप्त करनी है तो Cut Off आपके लिए बहुत जरूरी होता है। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों को मन में सबसे बड़ा सवाल होता है की कट ऑफ क्या होगा। SSC, UPSC, Banking, Railway, State PCS, जैसे हर परीक्षा में कट ऑफ अलग-अलग होता है और इसका निर्धारण भी अलग-अलग फैक्टर पर होता है। आज इस लेख में हम आपको कट ऑफ कैसे तय होती है और आपको कितना स्कोर टारगेट करना चाहिए जैसे कुछ जरूरी जानकारी साझा करेंगे।
Cut Off Setting Process – Overview
Target | Strategy |
High Cutoff Exams (SSC, Banking) | Mock Test Practice + Time Management |
Conceptual Exams (UPSC, PCS) | Notes + Answer Writing Practice |
Sectional Cutoff Exams | हर सेक्शन में Minimum Score टारगेट करें |
Normalization Effect Exams | Consistent Performance सभी Shifts में |
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Cut Off क्या होती है?
Cut Off एक न्यूनतम अंक है जो किसी एग्जाम में अगले चरण में पहुंचने या selection के लिए जरूरी होती है। यह अलग-अलग कैटेगरी और पोस्ट के लिए अलग-अलग होती है।
जब आप परीक्षा देते हैं तब संस्था यह तय करती है कि किस कैटेगरी के विद्यार्थियों ने कितना अंक तय किया है। और उसके बाद एक कट ऑफ अंक तैयार करती है ताकि जितने भी विद्यार्थी उसे अंक से अधिक मार्क्स प्राप्त कर पाए हैं उनका सिलेक्शन किया जा सके। अलग-अलग कैटेगरी के अनुसार कट में कुछ छूट भी होती है।
कट ऑफ अंक तय कैसे होती है | Factors That Decide Cutoff
अगर आपको कट ऑफ तय करना है तो आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना होता है जिसका एक टेबल नीचे दिया गया है –
Factors | Impacts |
Total Vacancy | कम सीटें = ज्यादा कटऑफ |
अभ्यर्थियों की संख्या | ज्यादा आवेदन = हाई कटऑफ |
पेपर का कठिनाई स्तर | आसान पेपर = हाई कटऑफ, कठिन पेपर = कम कटऑफ |
नॉर्मलाइजेशन | शिफ्ट वाइज़ मार्क्स में समानता लाने का प्रोसेस |
कैटेगरी वाइज़ रिजर्वेशन | अलग-अलग कटऑफ तय होती है |
Normalization क्या है और यह कैसे Cut Off को प्रभावित करता है?
अगर परीक्षा multiple shift में होती है तो सभी शिफ्ट की कठिनाई को बराबर करने के लिए normalization किया जाता है। नॉर्मलाइजेशन से सभी shift के score को एक लेवल पर लाने का प्रयास किया जाता है। उदाहरण के तौर पर जिस शिफ्ट में ज्यादा कठिन सवाल थे, उसके विद्यार्थियों को कुछ अंक एक्स्ट्रा दिए जाते हैं। normalization से आपकी rank और cut off दोनों प्रभावित होती है।
Maths वाली technology परीक्षा में इस तरह कठिनाई का अंदाजा लगाकर extra अंक देना आसान है लेकिन अन्य subjects में यह कार्य मुश्किल हो जाता है। इस वजह से नॉर्मलाइजेशन कभी विद्यार्थियों के हक में होता है तो कभी नहीं होता है।
Cut Off पार करने के लिए कितना Score Target करें?
अलग-अलग परीक्षा का अलग-अलग cut off होता है। इस वजह से आप जिस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उसके पिछले साल के कुछ कट को अच्छे से देखें और जानकारी प्राप्त करें –
- Prelims – Actual Cutoff से 10-15 अंक एक्स्ट्रा टारगेट करके चलना चाहिए तब आप क्लियर कर पाएंगे।
- Mains – इसमें आपको ज्यादा एक्यूरेसी पर ध्यान देना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा क्वेश्चन सही करने के साथ-साथ अपनी राइटिंग स्किल पर भी काम करना चाहिए कुछ परीक्षा में mains लिखित होती है।
- Tier Wise Exam – हर चरण के लिए एक अलग स्ट्रेटजी बनाने की जरूरत होती है जो आपके परीक्षा को आसान बनाती है।
- आपको बार-बार मॉक टेस्ट और प्रीवियस ईयर क्वेश्चन सॉल्व करना चाहिए जो आपके स्कोर टारगेट को रियलिस्टिक आपके समक्ष प्रस्तुत करेगा।
कैसे जाने की आप safe zone में है या नहीं?
इसके लिए अपने mock test का एवरेज स्कोर निकले, अगर आपका स्कोर पिछले साल के कट ऑफ से 10-15 नंबर ऊपर आता है तो आप सिर्फ जून में है। इसके अलावा आपको सेक्शनल कट ऑफ कभी ध्यान रखना होगा। कुछ परीक्षा में दो या तीन सब्जेक्ट का अलग-अलग पेपर होता है और हर पेपर या section में cut off clear करना होता है। तो उसके कट ऑफ के बारे में भी आपको अच्छे से मालूम होना चाहिए।
Cut Off पार करने के लिए Smart Stretagy
अगर आपको cut off clear करना है तो कुछ smart strategy के बारे में अच्छे से मालूम होना चाहिए –
- concept अपना clear रखें, इसके बाद क्वेश्चन सॉल्व करने की स्पीड को बहुत अधिक रखें और ज्यादा से ज्यादा question सही करें।
- Strong topic पर जोर दे और जो area आपका कमजोर है उसे छोड़ दें।
- ध्यान रहे ज्यादा से ज्यादा सही करना है ज्यादा से ज्यादा attempts करने का मार्क्स नहीं है।
- हर हफ्ते कम से कम दो फूल मॉक टेस्ट दें, और परीक्षा देने की प्रेक्टिस को और बेहतर करें।
- समय का सही उपयोग करें ज्यादा से ज्यादा रिवीजन और प्रैक्टिस ही आपका selection कंफर्म करेगा।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको बताया कि Cut Off Seting Process कैसे तय होता है। कट ऑफ डरने वाली चीज नहीं बल्कि एक टारगेट है जिसे आप रणनीति से प्राप्त कर सकते हैं। सही प्रिपरेशन डेली प्रैक्टिस और मॉक टेस्ट से आप किसी भी परीक्षा में कट ऑफ से ऊपर स्कोर कर सकते हैं। याद रहे कट ऑफ सिलेक्ट करती है लेकिन मेहनत सफलता दिलाती है.