B.Com Course After 12th: Eligibility, Admission, Fees, Salary & Best Colleges You Must Know
B.Com Course: B.Com का पूरा नाम Bachelor of Commerce है। यह 3-4 साल का स्नातक डिग्री कोर्स है, जो 12वीं कक्षा पास करने के बाद किया जाता है। और कुछ विश्वविद्यालयों में, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत, यह कोर्स 4 साल का भी होता है। अगर आप कॉमर्स, फाइनेंस, अकाउंटिंग, या बिजनेस मैनेजमेंट […]

B.Com Course: B.Com का पूरा नाम Bachelor of Commerce है। यह 3-4 साल का स्नातक डिग्री कोर्स है, जो 12वीं कक्षा पास करने के बाद किया जाता है। और कुछ विश्वविद्यालयों में, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत, यह कोर्स 4 साल का भी होता है। अगर आप कॉमर्स, फाइनेंस, अकाउंटिंग, या बिजनेस मैनेजमेंट में रुचि रखते हैं और आप एक ऐसा कोर्स चाहते हैं, जो आपको बैंकिंग, अकाउंटिंग, फाइनेंस या बिजनेस सेक्टर में करियर बनाने में मदद करे, तो B.Com आपके लिए एक अच्छी ऑप्शन हो सकता है।
B.Com Course मुख्य रूप से कॉमर्स, अकाउंटिंग, फाइनेंस, इकोनॉमिक्स, और बिजनेस से संबंधित शिक्षा प्रदान करता है। यह कोर्स उन छात्रों के लिए है, जो बिजनेस की दुनिया में गहराई से समझ बनाना चाहते हैं और साथ में प्रैक्टिकल स्किल्स जैसे फाइनेंशियल एनालिसिस, बजट मैनेजमेंट, और मार्केट रिसर्च सीखना चाहते हैं। B.Com न केवल नौकरी के अवसर प्रदान करता है, बल्कि उच्च शिक्षा जैसे M.Com, MBA, CA, या सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी एक अच्छा कोर्स है।
इस आर्टिकल में, हम आपको B.Com कोर्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे। अगर आप 12वीं के बाद बिजनेस के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। यहाँ आपको B.Com कोर्स के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी, जैसे कोर्स का सिलेबस, एडमिशन प्रक्रिया, फीस, करियर विकल्प, और कोर्स के बाद सैलरी के बारे में विस्तार से बताया गया है।
B.Com Course – Overview Table
Parameter | Course Details |
---|---|
Course Name | B.Com (Bachelor of Commerce) |
Course Level | Undergraduate |
Course Duration | 3 Years (6 Semesters) / 4 Years in some universities under NEP 2020 |
Minimum Eligibility | 12th Grade Pass (from any stream, Commerce preferred) |
Minimum Marks Required | At least 50% marks (may vary in some universities) |
Admission Process | Merit-Based / Entrance Exam-Based (CUET UG, IPU CET, etc.) |
Age Limit | Minimum 17 years (applicable in some universities) But, There is no age limit for CUET UG exam. |
Main Subjects |
|
Average B.Com Course Fees |
|
Average Starting Salary | ₹3 LPA – ₹8 LPA |
Top Job Profiles | Accountant, Financial Analyst, Tax Consultant, Banker, Sales Manager, Auditor |
Top Recruiters | Banks, Corporate Firms, Financial Institutions, Consulting Firms, E-Commerce Companies |
Eligibility Criteria for B.Com Admission
B.Com Course में एडमिशन लेने के लिए आपकी 12वीं कक्षा पास होनी चाहिए। UGC के नए रूल्स के अनुसार 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम (Science, Commerce, Arts) में हो आप B.Com Course में एडमिशन ले सकते है। हालांकि, कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों को प्राथमिकता दी जा सकती है। दाखिला लेने के लिए कुछ विश्वविद्यालयों में न्यूनतम 40% – 50% अंक अनिवार्य होते हैं, हालांकि कुछ कॉलेजों में यह कम भी हो सकते है। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिला ज्यादातर CUET UG जैसी प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर होता है। कुछ विश्वविद्यालयों में मेरिट-आधारित (12वीं के अंकों के आधार पर) दाखिला भी होता है। आयु सीमा की बात करें, तो कुछ विश्वविद्यालयों में न्यूनतम आयु 17 वर्ष रखी जाती है। पर CUET UG एग्जाम के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।
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How to Get Admission in B.Com Course?
B.Com Course की Admission के लिए अधिकतम विश्वविद्यालय/कॉलेज में योग्यता के आधार (merit based) पर ही होती है मतलब 12वीं में कितने नंबर आये थे उन्ही नंबरों के आधार पर ही छात्रों को चुना जाता है। और भारत के बड़े विश्वविद्यालयों और केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को CUET UG, IPU CET जैसी प्रवेश परीक्षाओं (Entrance Exam) भी देनी पड़ती है। जिनके बेस पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
B.Com Course Admission Process
स्टेप 1: सबसे पहले आपको B.Com Course में Admission के लिए अपने चुने हुए कॉलेज या विश्वविद्यालय के अनुसार 12वीं कक्षा के परिणाम के आधार पर आवेदन फॉर्म भरना होगा या एंट्री एग्जाम का फॉर्म भरना होगा।
स्टेप 2: अगर आपके कॉलेज के लिए प्रवेश परीक्षा हो रही है, तो उसकी तैयारी करें और प्रवेश परीक्षा अच्छे से दे। CUET UG और अन्य परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी, गणित, और कॉमर्स से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में आपको अच्छे अंक लाने होंगे।
स्टेप 3: अगर आप मेरिट लिस्ट या प्रवेश परीक्षा में आ जाते है, तो आपका दस्तावेज सत्यापन होगा, जो आपके कॉलेज में ही होगा। दस्तावेज सत्यापन में 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, पहचान पत्र और अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र शामिल होते है।
स्टेप 4: जिसके बाद आपको फीस के बारे में बताया जायेगा। कुछ विश्वविद्यालय में SC/ST/OBC वर्गों के लिए फीस में छूट भी दी जाती है। फीस छूट के बारे में अपने विश्वविद्यालय या प्रॉस्पेक्टस(सूचीपत्र) से पता कर ले।
स्टेप 5: B.Com के एडमिशन फॉर्म को आपके कोर्स के समन्वयक(coordinator) द्वारा भी चेक किया जायेगा और फॉर्म पर coordinator के हस्ताक्षर भी होंगे।
स्टेप 6: सभी स्टेप्स पूरे होने के बाद फॉर्म और फीस विश्वविद्यालय के दाखिला कार्यालय में जमा करें। इसके बाद आपका दाखिला पूरा हो जाएगा।
B.Com Course Fees Structure: Government and Private Universities
B.Com Course की फीस हर एक कॉलेज और university यूनिवर्सिटी में अलग-अलग है सरकारी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में B.Com कोर्स की फीस लगभग 5,000 से लेकर 30,000 तक होती है। वही प्राइवेट कॉलेज और यूनिवर्सिटी में B.Com कोर्स की फीस 20,000 से लेकर 2,00,000 तक भी हो सकती है।
Type of College/University | Annual Fees |
---|---|
Government College/University | ₹3,000 – ₹30,000 per year |
Private College/University | ₹20,000 – ₹2,00,000 per year |
B.Com Course Duration and Pattern
भारत में B.Com कोर्स के लिए कुछ विश्वविद्यालय में इयरली सिस्टम (वार्षिक प्रणाली) होता है तो किसी विश्वविद्यालय/कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम होता है। B.Com कोर्स की अवधि 3 वर्ष की होती है, और सेमेस्टर में भी ये कोर्स 3 साल का ही होता है पर इसमें 6 सेमेस्टर होते है जिसमे पेपर हर 6 माह के बाद होते है। हर सेमेस्टर में कम से कम 5-6 विषय होते है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 के तहत कुछ केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने 4-वर्षीय B.Com डिग्री भी शुरू की है, जिसमें अंतिम वर्ष में प्रोजेक्ट वर्क या रिसर्च शामिल होता है। और सेमस्टर सिस्टम में कुछ कोर, इलेक्टिव, और स्किल-बेस्ड कोर्स/विषय भी शामिल होते हैं।
Subject Selection in B.Com
B.Com में विषयों का चयन विश्वविद्यालय और कॉलेज के आधार पर होता है। नीचे कुछ प्रमुख विषयों की जानकारी दी गई है:
-
कोर विषय (Core Subjects): Financial Accounting, Business Law, Economics, Cost Accounting, Corporate Accounting, Taxation, Marketing Management, आदि।
-
वैकल्पिक विषय (Elective Subjects): Banking and Insurance, E-Commerce, Financial Markets, Human Resource Management, Business Analytics, आदि।
-
स्किल-बेस्ड कोर्स: कुछ विश्वविद्यालयों में टैली, डिजिटल मार्केटिंग, या डेटा एनालिटिक्स जैसे स्किल कोर्स शामिल हैं।
-
लोकप्रिय विशेषज्ञताएं (Specializations): B.Com General, B.Com Honours, B.Com in Banking & Insurance, B.Com in E-Commerce, B.Com in Financial Markets, आदि।
B.Com Syllabus (Semester-Wise)
B.Com का सिलेबस विश्वविद्यालयों के आधार पर थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन UGC और NEP 2020 के दिशानिर्देशों के अनुसार, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में निम्नलिखित सिलेबस सामान्य है:
Semester |
Subjects |
---|---|
Semester 1 |
Financial Accounting, Business Communication, Business Economics, Business Mathematics/Statistics |
Semester 2 |
Corporate Accounting, Principles of Marketing, Business Organization, Business Statistics |
Semester 3 |
Income Tax Law, Financial Management, Management Principles, Entrepreneurship Development |
Semester 4 |
Advanced Financial Accounting, Corporate Law, Marketing Management, Human Resource Management |
Semester 5 |
Management Accounting, Banking and Insurance, Investment Management, International Business |
Semester 6 |
Financial Markets, Strategic Management, E-Commerce, Business Ethics, Project Work |
Internship Opportunities During B.Com
B.Com Course में अब कई कॉलेज में इंटर्नशिप को शामिल किया जा रहा है। अभी तो ये कुछ ही कॉलेज में शुरू हुई है, पर धीरे – धीरे सभी कॉलेज में शुरू हो रही है। कई कॉलेज इसे तीसरे वर्ष या पांचवें सेमेस्टर में करते हैं। B.Com इंटर्नशिप को मुख्य क्षेत्रों में करवाया जाता है:
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बैंकिंग और फाइनेंस: बैंकों या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस में इंटर्नशिप।
-
अकाउंटिंग: CA फर्म्स या कॉर्पोरेट कंपनियों में अकाउंटिंग इंटर्नशिप।
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मार्केटिंग: E-Commerce या रिटेल कंपनियों में मार्केटिंग प्रोजेक्ट्स।
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HR: कॉर्पोरेट फर्म्स में रिक्रूटमेंट या ट्रेनिंग प्रोजेक्ट्स।
B.Com Course Regular and Distance Learning: Which One is Better?
B.Com कोर्स को आप दो तरह से कर सकते है या तो आप नियमित (regular) रोज कॉलेज जा कर B.Com कोर्स कर सकते है या फिर कुछ ऐसे विश्वविद्यालय है जो Distance Learning भी उपलब्ध करवाते है जैसे भारत का प्रसिद्ध Indira Gandhi National Open University(IGNOU) विश्वविद्यालय है जो B.Com कोर्स की Distance Learning सुविधा उपलब्ध करवाता है।
अगर आपका सबाल है कि कौन सा बेहतर रहेगा? तो अगर आप पूरी तरह स्वस्थ है, आपके पास समय है और आप रोज कॉलेज जा सकते है तो B.Com कोर्स नियमित (regular) रूप से ही करें। कॉलेज में आपको प्रैक्टिकल लर्निंग, प्रोफेसर्स के साथ फेस-टू-फेस इंटरेक्शन, और अन्य कॉलेज एक्टिविटीज का मौका मिलता है। डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो नौकरी के साथ पढ़ाई करना चाहते हैं।
Career Options After B.Com – Salary, Hiring, and Job Roles
B.Com Course पूरा करने के बाद कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आपकी विशेषज्ञता और स्किल्स के आधार पर निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स में अवसर मिल सकते हैं:
Level |
Salary Range (Per Annum) |
Job Roles |
---|---|---|
Entry-Level |
₹3 – ₹6 LPA |
Accountant, Tax Consultant, Banking Officer, Sales Executive |
Mid-Level |
₹6 – ₹12 LPA |
Financial Analyst, Auditor, Marketing Manager, HR Executive |
Senior-Level |
₹12 – ₹25 LPA |
Finance Manager, Chartered Accountant, Business Consultant |
Top Recruiters:
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बैंक: HDFC, ICICI, Axis Bank
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कॉर्पोरेट फर्म्स: TCS, Deloitte, EY, PwC
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E-Commerce: Amazon, Flipkart, Paytm
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फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस: Bajaj Finance, LIC, Mutual Fund Companies
ध्यान दें: B.Com को “बैंकिंग या अकाउंटिंग के लिए बेस्ट कोर्स” कहना थोड़ा सामान्यीकरण है। यह कोर्स मजबूत आधार देता है, लेकिन करियर में सफलता आपकी मेहनत, स्किल्स, और प्रोफेशनल सर्टिफिकेशंस पर निर्भर करती है।
Higher Studies After B.Com
B.Com के बाद अगर आप अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:
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M.Com (Master of Commerce)
-
MBA (Master of Business Administration)
-
CA (Chartered Accountancy)
-
CMA (Cost and Management Accountant)
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CS (Company Secretary)
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Data Analytics Certification
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Digital Marketing Certification
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B.Com (Bachelor of Commerce) Course – FAQ
B.Com कोर्स की अवधि कितनी है? B.Com कोर्स की अवधि 3 वर्ष (6 सेमेस्टर) है। NEP 2020 के तहत कुछ विश्वविद्यालयों में यह 4 वर्ष का भी हो सकता है। |
क्या B.Com करने के लिए कॉमर्स स्ट्रीम जरूरी है? नहीं, 12वीं किसी भी स्ट्रीम (कॉमर्स, साइंस, या आर्ट्स) से पास करने वाले छात्र B.Com में एडमिशन ले सकते हैं। |
B.Com में कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं? मुख्य विषयों में फाइनेंशियल अकाउंटिंग, बिजनेस लॉ, इकोनॉमिक्स, कॉस्ट अकाउंटिंग, टैक्सेशन, मार्केटिंग, और मैनेजमेंट शामिल हैं। |