बच्चों की पढ़ाई मे घर से Productivity कैसे बनाएं – Parents के लिए आसान और असरदार गाइड
Productivity of Child Education – क्या आपका बच्चा घर पर पढ़ाई करते समय फोकस नहीं कर पता है? क्या बार-बार मोबाइल टीवी या गेम पढ़ाई में रुकावट बनते है? अगर इन सभी problems से आप जूझ रहे हैं तो आज का देखा आपके लिए लिखा गया है जहां हम बताएंगे कि घर का माहौल भी […]

Productivity of Child Education – क्या आपका बच्चा घर पर पढ़ाई करते समय फोकस नहीं कर पता है? क्या बार-बार मोबाइल टीवी या गेम पढ़ाई में रुकावट बनते है?
अगर इन सभी problems से आप जूझ रहे हैं तो आज का देखा आपके लिए लिखा गया है जहां हम बताएंगे कि घर का माहौल भी बच्चों की पढ़ाई में कितना योगदान देता है और किस तरह smart school आप अपने घर को बना सकते हैं और बच्चों के पढ़ाई को बेहतर कर सकते हैं।
Productivity of Child Education – Overview
Problem | Solution |
फोकस की कमी | Study Zone सेट करें |
टाइम टेबल नहीं है | Visual Time Table बनाएं |
Mobile से Distract होता है | App Block करें या फोन दूर रखें |
अकेलेपन की बोरियत | Study Buddy System लागू करें |
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बच्चों के घर पर क्यों पढ़ाई रुक जाती है?
घर पर टीवी मोबाइल जैसे dedication मौजूद है जिस वजह से घर पर पढ़ाई रुक जाती है। पैरेंट की ओवर या अंदर involvement होती है यह भी एक बहुत बड़ी परेशानी है। ओवर involvement का मतलब होता है कि पेरेंट्स बच्चों की पढ़ाई में कुछ ज्यादा ही घुस जाते हैं जिस वजह से बच्चे चिड़चिड़ा हो जाते हैं और नहीं पढ़ पाते हैं। इसके अलावा कुछ जगहों पर parents की अंदर involvement होती है जहां वह बच्चों की पढ़ाई पर बिल्कुल ही ध्यान नहीं देते हैं और बच्चे पढ़ रहे हैं या नहीं इससे उन्हें कोई मतलब ही नहीं होता है।
इन सभी परेशानियों के समाधान के साथ घर पर पढ़ाई करने का तरीका है schedule। इसके लिए आपको अपने बच्चों का एक शेड्यूल बनाना होगा और सुबह से लेकर शाम तक उसे schedule के हिसाब से काम करना होगा। पढ़ाई के लिए सबसे जरूरी है रूटिंग और वह घर पर सबसे पहले टूटा है इस वजह से पढ़ाई नहीं हो पाती है।
घर पर बच्चों के लिए Dedicated Study Space कैसे बनाएं?
बच्चों की पढ़ाई में routine के बाद सबसे बड़ी अहमियत होती है dedicated study space की। इसका मतलब है कि एक ऐसा जगह जहां बच्चे शांति से बैठकर पढ़ाई कर सके। घर में एक खास जगह होनी चाहिए जहां बच्चे हो जाना पढ़ेंगे। आपको अपने घर में अलग सा एक होना या छोटा स्टडी टेबल तय कर लेना है जहां रोजाना बच्चे बैठकर पढ़ेंगे। जब पढ़ाई का समय होगा उसे समय टीवी, खिलौना या मोबाइल नहीं चलेगा।
इस तरह छोटी-मोटी चीजों को ध्यान में रखने के साथ-साथ आपको शांत और साफ सुथरा रोशनी वाला एरिया चुना है जहां पढ़ने गए बैठने पर अच्छा लगे। जहां बच्चे खेलते हैं वहीं पढ़ाई नहीं होती है, इस बात को समझें।
बच्चों की पढ़ाई मे घर से Productivity कैसे बनाएं – Visual Time Table बनाएं
बच्चों की पढ़ाई के लिए एक अच्छा टाइम टेबल आप बना सकते हैं जिसका एक नमूना नीचे दिया गया है –
Time | Activity |
7:30–8:00 | फ्रेश होकर तैयारी |
8:00–9:00 | पहला विषय (Math/Science) |
9:00–9:15 | छोटा ब्रेक |
9:15–10:00 | दूसरा विषय (Language) |
11:00–12:00 | Revision / Practice |
बच्चों को पढ़ाई में कैसे Motivated रखें
बच्चों को education पहाड़ जैसी लगती है इस वजह से वह तुरंत उठ जाते हैं और पढ़ाई नहीं करते हैं। इस काम करने के लिए आपको उनके पढ़ाई में एक छोटा-छोटा गोल देना है। उदाहरण के लिए आपको उन्हें एक chapter याद करने के लिए या फिर एक पेज reading करने के लिए बोले। यह एक छोटा सा उद्देश्य है जिसे थोड़ी देर बैठकर पूरा किया जा सकता है और बच्चे इसे पूरा करेंगे और इस तरह उन्हें रोजाना थोड़ा-थोड़ा गोल देते हुए आप उनका syllabus complete कर सकते हैं।
study के बाद reward system रखें पढ़ाई करने में बहुत मेहनत लगती है अगर बच्चे ध्यान से पढ़ाई करते हैं तो इसके बाद उन्हें गेम खेलने या फिर कुछ अच्छा खाने के लिए दीजिये जो उन्हें पढ़ाई के लिए उकसाएगा। पढ़ाई को गेम में convert करने का कोशिश करें बच्चों के साथ बैठकर खेल-खेल में यह पता करें कि उन्होंने क्या पढ़ा है और उसे याद रखा है या नहीं।
Digital Device का Control कैसे रखें पढ़ाई के दौरान
आज के समय में पढ़ाई के दौरान mobile और अन्य digital device बड़ी परेशानी बन चुकी है। पढ़ाई के ऐप्स के अलावा आपके बच्चों के डिवाइस में किसी भी अन्य एप्लीकेशन को नहीं रखता है। यूट्यूब या पीडीएफ वीडियो को पहले से download करके रखें और डाउनलोड किया हुआ video उन्हें देखने दे internet से पढ़ने ना दें। स्क्रीन टाइम फिक्स करके रखें कि इतना देर पढ़ने का screen time है और इतना देर बस पढ़ाई ही करना है।
आपको यह बात समझनी होगी कि बच्चों की पढ़ाई को मजबूत करने के लिए फोन को एक हथियार की तरह देखना होगा ना की टाइम पास करने वाले ऑब्जेक्ट की तरह।
5 Golden Rules for Child’s Education at Home
Rules | What to Do |
1 | रोज़ एक ही समय पर पढ़ाई शुरू करें |
2 | Reward से पढ़ाई को पॉज़िटिव बनाएं |
3 | No TV, No Toys during Study Time |
4 | मोबाइल सिर्फ Study Purpose के लिए दें |
5 | बच्चे को खुद का टाइम टेबल बनाने दें |
निष्कर्ष
आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बच्चे घर पर सीख सकते हैं (Productivity of Child Education) अगर उन्हें सही माहौल समय के साथ मिले। पढ़ाई तब सबसे असरदार होती है जब उसे मजबूरी नहीं मस्ती बना दिया जाता है और इन सभी बातों को समझते हुए आज आपको अपने बच्चों की आदत को बदलने के लिए कुछ छोटी-मोटी फाउंडेशन बातों का ध्यान रखना होगा।